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‘द अल्केमिस्ट‘ एक उपन्यास है जिसके लेखक पाउलो कोएल्हो है। यह पहली बार 1988 में प्रकाशित हुआ था। मूल रूप से पुर्तगाली में लिखा गया था, लेकिन इसका व्यापक अनुवाद अंतरराष्ट्रीय बेस्टसेलर बन गया। यह कहानी एक चरवाहे लड़के सैंटियागो के ऊपर है, जो उत्तरी अफ्रीका से मिस्र के पिरामिडों तक की यात्रा के बारे में है, जब वह वहां खजाना खोजने का सपना देखता है।
सैंटियागो नामक एक अंडालुशियन चरवाहा लड़का एक खंडहर चर्च में एक खजाने का सपना देखता है। वह बार-बार आनेवाले इस सपने के अर्थ के बारे में एक जिप्सी भविष्यवक्ता से सलाह लेता है। महिला इसे एक भविष्यवाणी के रूप में व्याख्या करती है, लड़के से कहती है कि वह मिस्र के पिरामिडों में एक खजाना खोजेगा।
सैंटियागो के बाहर निकलने के बाद, उसकी मुलाकात एक बूढ़े राजा मेल्कीसेदेक या सलेम के साथ होती है, जो उसे मिस्र की यात्रा करने और अपनी “व्यक्तिगत किंवदंती” को पूरा करने के लिए अपनी भेड़ें बेचने के लिए कहता है। अफ्रीका में अपने आगमन के आरंभ में, एक व्यक्ति जो सैंटियागो को पिरामिडों में ले जाने में सक्षम होने का दावा करता है, उसके झुंड से कमाए गए पैसे लूट लेता है। फिर सैंटियागो को अपनी यात्रा जारी रखने के लिए पर्याप्त कमाई करने के लिए एक क्रिस्टल व्यापारी के लिए काम करना पड़ता है। आगे की कहानी किताब पढ़ कर जानिए.
पुस्तक का नाम | द अल्केमिस्ट / The Alchemist |
लेखक | पाउलो कोएल्हो / Paulo Coelho |
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कुल पृष्ठ | 133 |
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भाषा | हिन्दी |
प्रकार | उपन्यास, फिक्शन |
Pdf साइज़ | 1.59 MB |